ग्रामीणों द्वारा दौड़ाए जाने पर 3 जंगली सूअर रिहायशी बस्ती के घर में घुसे, वन विभाग ने वापस जंगल की ओर खदेड़ा
घर के लोगों की सतर्कता से जंगली सूअर से बड़ी अनहोनी टली
26 फरवरी को बेटी को बचाने सूअर से भिड़ी थी मां ने गंवाई थी जान, संघर्ष में सूअर की भी हो गई थी मौत
पेण्ड्रा / ग्रामीणों द्वारा दौड़ाए जाने पर 3 जंगली सूअर रिहायशी बस्ती में पंकज राय के घर में घुस गए जिन्हें वन विभाग एवं ग्रामीणों की सहायता से बाहर निकालकर वापस जंगल की ओर भेजा गया इस दौरान बड़ी अनहोनी चल गई क्योंकि जंगली सूअर बहुत ही खतरनाक होते हैं।
मामला मरवाही वन परिक्षेत्र के अंतर्गत ग्राम चिचगोहना का है। इस गांव में सोन नदी के किनारे जंगल में सुबह लगभग 11 बजे जंगली सूअर के झुंड देखे गए। इस झुंड के सूअरों को कुछ ग्रामीणों ने खदेड़ा जिसमें से 5 सूअर चिचगोहना गांव की बस्ती की ओर भागे और उन 5 में से 3 सूअर बीच बस्ती में पंकज राय की बाड़ी की तरफ से घर में घुस गए और वे सीधे कमरे में चले गए। इस दौरान घर में पंकज की मां एवं उनकी पत्नी थी जो कि अचानक जंगली सूअर को घर में देख घबरा गए क्योंकि तेजी से दौड़ता है सूअर पंकज राय की पत्नी को धकेलते हुए कमरे में घुसे थे। डर कर पंकज राय की पत्नी और मां जोर-जोर से शोर मचाने लगे तो वहां काफी ग्रामीण एकत्रित हो गए और सतर्कता बरतते हुए ग्रामीणों ने कमरे को बंद कर दिया और वन विभाग को सूचना दिया जिसके बाद मरवाही के रेंजर वन अमले के साथ वहां पहुंचे और जंगली सूअरों को कमरे से बाहर निकालने की कोशिश करने लगे लेकिन सूअरों को कमरे से निकालना आसान नहीं था क्योंकि उनसे हमले का खतरा भी था। इसलिए कमरे के दोनों ओर नेट लगाकर और कमरे के सामने से लोगों को हटाया गया जिसके बाद लगभग ढाई बजे सूअर कमरे से बाहर निकले और पंकज राय के घर के सामने डॉ शिवप्रताप राय की बाड़ी व खेत से होते हुए भाग गए जिन्हें ग्रामीणों ने वापस जंगल की ओर खदेड़ दिया।
बता दें कि तीनों सूअर वयस्क और काफी खतरनाक थे। कमरे में बंद रहने के दौरान सूअरों ने कमरे में रखे सोफा, फाइबर का कूलर, बिस्तर को बुरी तरह से नोंच डाला एवं घर में रखे चावल एवं अनाज को भी चट कर दिया। मरवाही क्षेत्र के जंगल में काफी संख्या में सूअर हैं जो कि झुण्ड में रहते हैं। जंगल के किनारे बसे ग्रामीणों द्वारा सूअर का अवैध शिकार करने की घटना भी सामने आती रहती है। शनिवार को ग्रामीणों ने शिकार करने के उद्देश्य से ही सूअरों को खदेड़ा था जिसके कारण सूअर भागते हुए रिहायशी इलाके में पंकज राय के घर में घुस गए थे।
बेटी को बचाने सूअर से भिड़ी थी मां ने गंवाई थी जान, संघर्ष में सूअर की भी हो गई थी मौत
26 फरवरी को जीपीएम जिले की सीमा में पसान वन परिक्षेत्र के ग्राम तेलियामार में बेटी के ऊपर जंगली सूअर ने हमला कर दिया तो बेटी की जान बचाने के लिए मां उससे भिड़ गई थी। जिसमें काफी देर तक चले संघर्ष में महिला ने अपनी जान चली गई थी और महिला की साड़ी सूअर के दांत में फंसकर स्वास नली में पहुंच गई थी जिसके कारण दम घुटने से सूअर की भी घटना स्थल पर मौत हो गई थी। 45 वर्षीय महिला दुबसिया बाई अघरिया अपनी 18 वर्षीय बेटी सुनीता को बचाने के लिए लगभग 2 क्विंटल के भारी भरकम सूअर से लड़ गई थी। इस लड़ाई में सूअर ने महिला के छाती, चेहरे, हाथ सहित शरीर के विभिन्न हिस्सों को अपनी नुकीली दांतों से जगह जगह से नोंच नोंचकर महिला को मार डाला था। इस संघर्ष में सूअर के दांत में महिला की साड़ी फंस गई और वह साड़ी स्वांस नली तक पहुंच गई जिससे दम घुटने से सूअर की भी मौत हो गई थी।


