जीपीएम जिले में 2 दिन में 13 कोरोना संक्रमित मिले, कलेक्टर ने कोविड लक्षण वाले मरीजों के लिए अलग वार्ड बनाने के निर्देश दिए
कलेक्टर ने जिला अस्पताल का निरीक्षण कर स्वास्थ सुविधाओं की ली जानकारी
जिला अस्पताल के 5 कर्मचारी के संक्रमित मिलने के बावजूद ओपीडी में भीड़ लगी
पेण्ड्रा / जिले में कोरोना संक्रमित मिलने के बाद जिला प्रशासन सतर्क हो गया है। शनिवार को कलेक्टर प्रियंका ऋषि महोबिया ने जिला अस्पताल का निरीक्षण कर स्वास्थ सुविधाओं की जानकारी लेते हुए कोरोना से बचाव के लिए सर्दी, खांसी, जुकाम, बुखार के लक्षण वाले मरीजों के लिए अलग से वार्ड बनाने के निर्देश दिए। साथ ही कलेक्टर ने कोरोना संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए जिले वासियों से मास्क लगाने एवं सामाजिक दूरी बनाए रखने की अपील की है। बता दें कि शुक्रवार को जिला अस्पताल के 5 कर्मचारी कोरोना संक्रमित मिले थे लेकिन उसके बावजूद भी स्वास्थ विभाग ने लापरवाही बरता जिसके कारण शनिवार को जिला अस्पताल के ओपीडी में काफी भीड़ देखी गई जिससे कोरोना संक्रमण फैलने का खतरा बढ़ जाता है क्योंकि शनिवार को भी 75 लोगों की जांच की गई जिसमें 5 लोग कोरोना संक्रमित मिले जिससे जिले में कोरोना के 13 मरीज हो गए हैं।
जीपीएम जिले में कोविड केस मिलने पर जिला प्रशासन सतर्क हो गया है। इसे गंभीरता से लेते हुए कलेक्टर प्रियंका ऋषि महोबिया ने स्वास्थ विभाग की तैयारियों का जायजा लिया। उन्होने अस्पताल परिसर में साफ-सफाई और सभी जगह गेट लगाने और बिना मास्क के आने पर प्रवेश नहीं देने का निर्देश दिया। कोविड के मरीजों को तुरंत इलाज मिल सके इसके लिए सर्दी, खांसी, कोविड लक्षण वाले मरीजों के लिए अलग ओपीडी शुरू करने कहा। उन्होने जिला अस्पताल के सभी स्टाफ और भर्ती मरीजों का कोरोना टेस्ट कराने के निर्देश दिए। प्रतिदिन और कम से कम 40 एन्टीजन आरटीपीसीआर टेस्ट करने कहा। बच्चों को कोविड टीकाकरण के वैक्सीन स्टॉक उपलब्ध रखने के निर्देश दिए।
कलेक्टर ने कोविड आइसोलेशन वार्ड के सभी आवश्यक जरूरते समय पूर्व सुनिश्चित करने और समस्त अमले को तैयार रहने कहा। उन्होंने कोविड को लेकर सीएमएचओ डॉ आई नागेश्वर राव को सर्विलेंस टीम, कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग टीम और कंट्रोल रूम बनाने और पूरी तरह से अलर्ट रहने के निर्देश दिए। उन्होंने चिकित्सीय उपकरण की लागत सहित सूची देने कहा ताकि अस्पताल में किसी भी प्रकार की कमी न हो।
कलेक्टर ने सेनेटोरियम भवन स्थित डेडिकेटेड कोविड अस्पताल का निरीक्षण कर वहां ऑक्सीजन, वेंटीलेटर, जनरल वार्ड, आपातकाल में बिजली के लिए सोलर सिस्टम-जनरेटर सहित सभी आवश्यक जरूरतें पूर्ण करने के निर्देश दिए। जिला अस्पताल परिसर स्थित हमर लैब का निरीक्षण कर संबंधित ठेकेदार को विलंब से कार्य करने पर फटकार लगाते हुए ज्यादा से ज्यादा मजदूर लगाकर 5 दिवस के भीतर फिनीशिंग कार्य, बिजली-पानी, टाइल्स सहित सभी कार्य पूर्ण करने के निर्देश दिए।
कलेक्टर ने जिला अस्पताल में नवीन तैयार हो रहे आंख स्पेशल अस्पताल का भी निरीक्षण कर वहां ट्रांस्मियबल डिसीज सेक्शन, सर्जरी रूम, ब्लड बैंक, रिफ्रेशमेंट रूम के कार्यों का जायजा लिया और समय सीमा में कार्य पूर्ण करने के निर्देश दिए। उन्होने पोषण पुनर्वास केंद्र का भी निरीक्षण कर वहां की यथा स्थिति का जायजा लिया और 10 बेड और बढ़ाने के लिए नवीन भवन निर्माण का प्रस्ताव भेजने के निर्देश दिए। निरीक्षण के दौरान सीएमएचओ डॉ आई नागेश्वर राव, सिविल सर्जन डॉ बीपी चंद्रा, बीएमओ डॉ अभिमन्यु सिंह सहित स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी उपस्थित थे।


