शिक्षक नेता पवन दुबे का फेडरेशन ज्वाइन करने की सूचना फर्जी: शालेय शिक्षक संघ ही मेरा सन्गठन और वीरेंद्र दुबे ही मेरे सर्वमान्य नेता- पवन दुबे
सहायक शिक्षक फेडरेशन से जुड़े कुछ लोगों ने वेब न्यूज और यूट्यूब चैनल के जरिये फैलाई गलत जानकारी: पवन दुबे ने विज्ञप्ति जारी कर किया खंडन-मनीष मिश्रा से मेरे व्यक्तिगत सम्बंध,शिष्टाचार व अतिथि भाव से साथ बैठा, पर उसका दुष्प्रचार करना गलत
सहायक शिक्षक फेडरेशन के प्रांताध्यक्ष मनीष मिश्रा के मनेन्द्रगढ़ दौरे के दौरान शालेय शिक्षक संघ के कार्यकारी जिलाध्यक्ष व इस क्षेत्र के तेज तर्रार शिक्षक नेता पवन दुबे द्वारा की गई शिष्टाचार भेंट को फेडरेशन ज्वाईनिंग करने जैसी फर्जी खबरों से जोड़कर फोटो वायरल करने पर अब पवन दुबे स्वयं सामने आकर मीडिया को बताया और ऐसे फर्जी खबर चलाने वालों को आड़े हाथों लिया।
छ्ग शालेय शिक्षक संघ के कार्यकारी जिलाध्यक्ष पवन दुबे ने विज्ञप्ति जारी कर बताया कि प्रदेश के शिक्षक समुदाय में सभी के सामने आज बहुत असहज स्थिति रही की मैं बिना बताए अन्य संघ ज्वाइन कर लिया हु ।सम्पूर्ण मीडिया जगत मैं केवल एक ही मुद्दा चला की एमसीबी (मनेन्द्रगढ़ के) शिक्षक नेता पवन दुबे ने फेडरेशन की सदस्यता ग्रहण की फोटो वायरल हो रहे हैं और भी सामग्रियों का शायद आना बाकी हो ।
मेरे इस असहमती पत्र के बाद आप सभी को बतलाना चाहूँगा की यह बात बिल्कुल सत्य हैं की मैं फेडरेशन के प्रांताध्यक्ष के साथ रहा उनसे सौजन्य सिस्टाचार भेट मुलाकात किया उनके साथ होटल मैं भोजन के वक्त भी मौजूद था उसके बाद मंच पर भी था तो यह मेरा नैतिक धर्म है की कोई भी परिचित व्यक्ति अगर हमारे शहर मैं आया हैं तो हम उसका भेट मुलाकात कर सम्मान करें ।
चूंकि मिश्रा जी से मेरे व्यक्तिगत सम्बन्ध है और अतिथि होने के कारण उनका सम्मान बनता है जो कही से गलत नही है। मैं मंच पर भी था कुछ हमारे परम् प्रिय मित्रों ने मेरा मंच पर स्वागत भी करवाया और यह मेरी स्वीकृति के बगैर ही यह घोषणा करवा दिया की मैं आज से फेडरेशन का सदस्य हु मैंने इसे हास्य विनोद की तरह लिया ओर उपस्थिति रजिस्टर मैं हस्ताक्षर भी करवाया मैं मंच से किसी के द्वारा दिये गये सम्मान को ठुकराना उचित नही समझा,और वर्ग 3 की समस्याओं के समाधान के प्रति मुद्दों पर मेरा समर्थन रहता है इसलिए शांत और सहज बैठा रहा ज्ञापन कार्यक्रम मे शामिल भी रहा । हम सभी शिक्षक हैं सभी के उद्देश्य एक ही है बस रास्ते अलग अलग है मैं आप सभी के साथ हर समय हर जगह हु ।
मैं यह स्पष्ट करना चाहता हु कि मैं पूर्व से जिस संगठन शालेय शिक्षक संघ में हूँ वही पर ही मैं हु वहाँ से ना कोई त्यागपत्र दिया हु ना ही मैं किसी मंच से माला पहनकर यह घोषणा किया हु की मैं आज से दूसरे संघ का पदाधिकारी या सदस्य हु । सबके लिये एक मर्यादा है मैं कल भी अपनी मर्यादा मैं था और आज भी हु ओर मैं अपने संघ छत्तीसगढ़ शालेय शिक्षक संघ मैं वर्तमान मैं कार्यकारी जिला अध्यक्ष के पद पर हु ओर अपने दायित्वों का निर्वहन कुशलता पूर्वक कर रहा हूँ और जब भी शाशन प्रशासन के खिलाफ कोई लड़ाई लड़ी जायेगी मैं आप सभी के साथ कंधा से कंधा मिलाकर लड़ूंगा


