शिक्षकों के मौत पर राज्य सरकार जिम्मेदार*
50 लाख आर्थिक मुआवजे की मांग – सारथी
बिलासपुर :- कोविड काल में शिक्षकों की मौत के मामले में मुआवजे की मांग को लेकर जनहित याचिका दायर कि गई है।
प्रकरण में राज्य शासन का जवाब पेश नहीं हो सका,इसलिए हाईकोर्ट छग ने सुनवाई तीन सप्ताह के किए आगे बढ़ा दिया है।
शिक्षकों की मौत के मामले को लेकर बिलासपुर निवासी दिलीप सारथी जो शिक्षक नेता श्री शिव सारथी के छोटे भाई है ने एक जनहित याचिका दायर कर स्वास्थ्य कर्मियों की तरह शिक्षकों को भी कोविड़ काल में काम करने के दौरान हुई मौत से मुआवजा देने की मांग की है।
श्री दिलीप सारथी ने अपनी याचिका में कहा था कि, कोविड काल में मरीजों के उपचार और जांच में लगे कुछ स्वास्थ्य कर्मचारियों की जान चली गई थी। इस प्रकार के मामले में केंद्र सरकार ने मृतकों के परिजनों को 50 लाख का मुआवजा दिया था।इसी तरह करोना मरीजों की ट्रेसिंग और करोना मरीजों की मौत के बाद विशेष रूप से बनाए गए अत्येष्टी स्थल पर ड्यूटी कर रहे कई शिक्षक भी बीमार हुए इनमें से कुछ ने बाद में दम तोड़ दिया था।ऐसे परिवारों को राज्य शासन को भी 50 लाख का मुआवजा देना चाहिए।प्रकरण में लंबे समय से सुनवाई चल रही है।शासन जवाब नहीं आने पर चीफ जस्टिस की डिवीजन बेंच ने सुनवाई 3 सप्ताह बाद निर्धारित कर दिया है।


