उत्तराखंड

चारधाम यात्रा में पहले 15 दिन वीआईपी दर्शन पर रोक

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देहरादून । चारधाम यात्रा में आम श्रद्धालुओं की सहूलियत को देखते हुए पहले 15 दिन वीआईपी दर्शन पर रोक रहेगी। मुख्यमंत्री पुष्कर धामी के अनुमोदन के बाद मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने बुधवार को सभी राज्यों के मुख्य सचिवों को पत्र भेज सूचित भी कर दिया है। सभी से अपील की गई है कि 10 से 25 मई तक चारों धामों में दर्शन करने से वीआईपी बचें।

गढ़वाल कमिश्नर विनय शंकर पांडेय ने बताया कि मुख्यमंत्री के दिशा निर्देश के बाद मुख्य सचिव की ओर से सभी राज्यों के मुख्य सचिवों को पत्र भेजा गया है। पत्र में अपील की गई है कि यात्रा के शुरुआती 15 दिनों में वीआईपी दर्शन को जितना हो सके टाला जाए। खासतौर पर केदारनाथ धाम में दर्शन को आने से बचा जाए, ताकि आम श्रद्धालुओं को दर्शनों में परेशानियों का सामना न करना पड़े। साथ ही इस संबंध में हाईकोर्ट के रजिस्ट्रार को भी सूचित किया जा रहा है।

उत्तराखंड में 10 मई से चारधाम यात्रा शुरू होने जा रही है। 10 मई को केदारनाथ, गंगोत्री, यमुनोत्री धाम के कपाट खुलने जा रहे हैं। 12 मई को बदरीनाथ धाम के कपाट खुल जाएंगे। ऐसे में शुरुआती 15 दिनों में यात्रा के भारी दबाव को देखते हुए ये कदम उठाया गया है। महज 17 दिन के भीतर चारधाम यात्रा को पंजीकरण कराने वालों का आंकड़ा 18 लाख को पार कर गया है।

चारधाम पंजीकरण 17.88 लाख के पार
चारधाम यात्रा में श्रद्धालुओं के पंजीकरण का आंकड़ा बुधवार को 17.88 लाख को पार कर गया। इसमें सबसे अधिक 6.33 लाख पंजीकरण केदारनाथ धाम के लिए हुए हैं। पर्यटन विभाग ने बताया कि बुधवार को चारों धामों के लिए कुल पंजीकरण 49,884 हुए। पंजीकरण शुरू होने से अब तक पंजीकरण का कुल आंकड़ा 17,88,525 पर पहुंच गया है। इसमें यमुनोत्री धाम के लिए 2,92,193, गंगोत्री के लिए 3,29,246, बदरीनाथ के लिए 5,33,518 श्रद्धालुओं ने पंजीकरण कराया। हेमकुंड साहिब के लिए अब तक 31,852 श्रद्धालु पंजीकरण करा चुके हैं। वेब पोर्टल से 1413491 पंजीकरण हो चुके हैं। मोबाइल एप से 50599 व व्हाट्सअप से 56287 पंजीकरण हुए हैं।

बीस स्थानों पर पार्किंग
गढ़वाल कमिश्नर विनय शंकर पांडेय ने बताया कि पिछले साल केदारनाथ में कुल नौ पार्किंग का संचालन किया गया था। इस बार कुल 20 स्थानों पर पार्किंग की व्यवस्था की गई है। यहां 1495 वाहनों की पार्किंग की सुविधा उपलब्ध होगी। पहली बार वाहनों की मॉनिटरिंग को एप बनाया गया है।


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